पटना- शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री स्नातक बालिका प्रोत्साहन योजना के जरिए छात्राओं को अब खाते में सीधे मुख्यालय से 25-25 हजार रुपए भेज दिए जाऐंगे। योजना के इस राशि भेजे जाने मे हो रही देरी के कारण ऐसा निर्णय लिया है। इस योजना के राशि को विश्वविद्यालय के माध्यम से नहीं दी जाएगी।
बल्की किसी भी छात्राओं को यह राशि भेजने में देर नही हो इसलिए ऐसी व्यवस्था करना पड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार दीपावली बाद से इस योजना की राशी छात्राओं को नहीं भेजी जा रही थी। सरकार के द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेजों से स्नातक में उत्तीर्ण सभी छात्राओं को यह राशि भेजी जानी है।
कई सारे विश्वविद्यालयों से बिहार के शिक्षा विभाग के द्वारा कॉलेजों से स्नातक में उत्तीर्ण छात्राओं को इस योजना का लाभ देने की अनुशंसा भी दी गयी थी, ऐसे में बिहार के शिक्षा विभाग ने स्वयं जांचोपरांत के बाद ऐसे छात्राओं के लिए राशि भेजना तय कारा था।
बिहार में 42 हजार छात्राओं को अबतक भेजी गयी है यह रकम
करीब एक लाख मिली आवेदन में से सरकारी कॉलेजों किये गये स्नातक में उत्तीर्ण लगभग 15944 छात्राओं के सर्टिफिकेट और प्रमाण पत्र की जांच पूरी हो गयी है। विभाग की माने तो दो दिनों में 39 करोड़ 75 लाख रुपए सीधे छात्राओं के एकाउंट में भेज दिये जाएंगे।
हम बता दे कि सरकार ने अप्रैल, 2018 के बाद से हीं कोई भी विषय से स्नातक पास होने वाली छात्राओं के लिए यह राशि सरकार के दवारा देने की घोषणा कि गयी थी। इस योजना कि शुरूआत होने से अबतक करीब 42 हजार छात्राओं को बैंक खाते में 25-25 हजार रूपये की एवज से करीब 105 करोड़ 45 लाख रुपए अब तक भेजी जा चुके हैं।
साल 2019-20 में योजना के लिए बिहार के शिक्षा विभाग ने करीब 200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। पिछली वित्तीय साल में भी करीब 300 करोड़ रूपयो का प्रावधान हुआ था।
छात्राओं को राशि भेजने में अब देरी नहीं
बिहार के शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी के द्वारा बताया गया है कि विभाग अब सीधे-सीधे छात्राओं के खाते में राशि डालेगी। जिससे राशि भेजने में अब ज्यादा देरी नहीं होगी।
करीब कुल 15944 छात्राओं के खाते में यह राशि दो से तीन दिनों में पहुंच जाएगी। बिहार के शिक्षा विभाग से मान्यता और संबद्धता प्राप्त संस्थान के द्वारा स्नातक पास करने वाली सभी छात्राओं को कुल 25-25 हजार रुपए दिये जाने का प्रावधान किया गया है।