मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने अपने सभी विधायकों को भोपाल बुलाया है।
मध्यप्रदेश में पिछले दिनों से कुछ ड्रामा देखने को मिल रहा है। मंगलवार के दिन से दिग्विजय मैं भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग यानी कि विधायकों की खरीद बिक्री का आरोप लगाया। दिग्विजय सिंह के दिल्ली लौटने पर सीएम कमलनाथ के आवास पर मिलने गए वहां पर उन्होंने कांग्रेस के विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे के बाद इस पर चर्चा की गई। फिर सीएम कमलनाथ के द्वारा अपने कैबिनेट की बैठक बुलाई गई जिसमें ऐसा भी विधायकों ने बोला कि हम सीएम कमलनाथ के साथ है।
इसी बीच कमलनाथ ने अपने सभी विधायकों को भोपाल बुला लिया और अभी राजधानी से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई है। वहीं दूसरी ओर भाजपा की बैठक केंद्रीय कृषि मंत्री के आवास पर शिवराज सिंह चौहान, धर्मेंद्र प्रधान , नरोत्तम मिश्रा, एवं अन्य नेताओं के साथ मध्य प्रदेश की स्थिति को लेकर बैठक किया जा रहा है।
सीएम कमलनाथ राम बाई को मंत्री बना सकते हैं
बसपा की नाराज विधायक राम बाई जोकि सार्वजनिक मंच के जरिए भी कमलनाथ की सरकार में मंत्री पद पाने की इच्छा जता चुकी है। वह भी आज सीएम कमलनाथ के कैबिनेट की मीटिंग में शामिल हुई। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं सीएम कमलनाथ अपने विधायक हरदीप सिंह के इस्तीफे के बाद राम बाई को खुश करने के लिए मंत्री बना सकते हैं। कैबिनेट की बैठक में ही मंत्रियों ने अपने इस्तीफे की पेशकश किया गया पर कमलनाथ ने उसे स्वीकार नहीं किया। साथ ही मंत्रियों ने सीएम कमलनाथ को आश्वासन दिया कि हम सब आपके साथ हैं।
मध्य प्रदेश में कुल सीटों की संख्या
मध्य प्रदेश में कुल की संख्या 230 है। जिसमें अभी मौजूद सदस्य की संख्या 238 है अगर विधानसभा के अध्यक्ष की बात छोड़ दें तो यह संख्या 227 हो जाती है। इसमें एक कांग्रेस और एक भाजपा के नेता के मृत्यु के बाद 2 सीटों की कमी हुई है। मध्य प्रदेश में सरकार बनाए रखने के लिए मौजूदा आंंकड़ा जो जरूरी है वह 114 होनी चाहिए। कांग्रेस के मंत्री के इस्तीफा और स्पीकर को छोड़कर अगर देखा जाए तो कांग्रेस की सरकार सहयोगियों पर निर्भर हो जाएगी।